हमास ने गाजा युद्धविराम समझौते की सभी शर्तों को खारिज किया
गाजा। फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास ने नवीनतम बंधक समझौते के प्रस्ताव के सभी शर्तों को खारिज कर दिया है, जिससे समझौते के तहत इज़रायल द्वारा रिहा किए जाने वाले फ़िलिस्तीनी कैदियों की संख्या में बढ़ गयी है। द टाइम्स ऑफ इज़राइल अखबार ने मंगलवार को एक वरिष्ठ इज़रायली अधिकारी के हवाले से अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा, हमास समझौते के पहले चरण के हिस्से के रूप में केवल लगभग 20 बंधकों (50 से अधिक उम्र की महिलाओं और पुरुषों) को रिहा करने किया जाना है। रिपोर्ट में बताया कि हमास ने यह भी मांग की है कि बंधकों को रिहा करने से पहले इजरायल छह सप्ताह के युद्धविराम पर सहमत हो।
अखबार ने अधिकारी के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है, सिनवार (गाजा पट्टी में हमास प्रमुख याह्या) कोई समझौता नहीं चाहता है। उसे इसकी परवाह नहीं है कि अमेरिकी प्रस्ताव के सभी मापदंडों के संबंध में इजरायल के असाधारण लचीलेपन के बाद भी गाजावासी पीड़ित होते रहेंगे। उल्लेखनीय है कि सात अक्टूबर, 2023 को, हमास ने इज़रायल की सीमा में घुसकर और गाजा से बड़े पैमाने पर रॉकेट से हमला किया था। हमले के दौरान इज़राइल में करीब 1,200 लोग मारे गए और अन्य 240 लोगों को हमास के लड़ाके बंधक बना कर ले गये थे।
इसके बाद इज़रायल ने जवाबी हमले शुरू किए। गाजा की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश दिया, और हमास लड़ाकों का खात्मा करने तथा बंधकों को छुड़ाने के घोषित लक्ष्य के साथ फिलिस्तीनी इलाके में जमीनी घुसपैठ शुरू कर दी। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में अब तक 33,700 से अधिक लोग मारे गए हैं।