इंग्लैंड के सबसे उम्रदराज़ टेस्ट क्रिकेटर जिम पार्क्स का निधन
लंदन,
इंग्लैंड व ससेक्स के पूर्व विकेटकीपर जिम पार्क्स का 90 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह इंग्लैंड के सबसे उम्रदराज़ जीवित टेस्ट क्रिकेटर थे। 1954 से 1968 के बीच उन्होंने कुल 46 टेस्ट खेले। हालांकि इसके बाद आठ वर्षों तक वह काउंटी क्रिकेट खेलते रहे। बाद में उन्होंने ससेक्स के मार्केटिंग मैनेजर के तौर पर भी काम किया जहां वह दो बार क्लब के अध्यक्ष भी रहे। ससेक्स ने पार्क्स के निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें घर पर अचानक गिरने के बाद वर्थिंग के अस्पताल ले जाया गया जहां मंगलवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। पार्क्स का जन्म क्रिकेट से जुड़ाव रखने वाले परिवार में हुआ था। उनके पिता और चाचा ने क़रीब 400 बार ससेक्स के लिए खेला था। जबकि उनके बेटे ने हैम्पशायर और केंट के लिए विकेटकीपिंग की थी।
पार्क्स ने अपने क्रिकेट की शुरुआत एक लेग स्पिन डालने वाले प्रमुख गेंदबाज के तौर पर की थी। हालांकि बाद में उन्होंने विकेटों के पीछे अपने हाथ आज़माए और उन्होंने फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट में हज़ार से ज़्यादा शिकार विकेटों के पीछे किए। 1949 में 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने कुल 739 फ़र्स्ट क्लास मैच जबकि 132 लिस्ट ए मैच खेले। पार्क्स ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ एक विशेषज्ञ बल्लेबाज़ के तौर पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। हालांकि इसके बाद ससेक्स के लिए खेलने के दौरान उन्होंने विकेटकीपिंग शुरु की। 1959-60 में एक वेस्टइंडीज़ दौरे पर उन्हें इंग्लैंड के टेस्ट एकादश में जगह मिली, जहां उन्होंने एक शतक भी अपने नाम किया। उन्होंने टेस्ट मैचों में कुल 1962 रन बनाए जबकि विकेटों के पीछे उन्होंने 103 कैच लपके वहीं 11 बार बल्लेबाज़ों को स्टंप भी किया।