स्वास्थ्य सेवा कर्मियों को आग के प्रति संवेदनशील बनाने पर जोर: मंत्रालय
नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने देशभर में सभी चिकित्सा सुविधा केंद्रों में आग से बचाव के उचित प्रबंध करने के निर्देश देते हुए कहा है कि सभी कर्मचारियों को अग्नि दुर्घटनाओं के प्रति संवेदनशील बनाया जाना चाहिए। मंत्रालय ने निजी एवं सरकारी अस्पतालों से किसी भी आग दुर्घटना से निपटने के लिए कर्मचारियों की क्षमता निर्माण पर जोर दिया है। इसके लिए सभी स्वास्थ्य सेवा संस्थानों से आवश्यक उपकरण स्थापित करने और उनके संचालन के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने को भी कहा गया है।
इस संबंध में आयोजित की जा रही कार्यशालाओं से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यहां कहा कि सभी सरकारी और निजी चिकित्सा सुविधा केंद्रों में कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण शिविर लगाये जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आग दुर्घटनाओं से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने वाले संस्थानों में सभी स्तरों पर कार्यरत सभी स्तर के कर्मियों के क्षमता निर्माण की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी संस्थानों के नियमित अग्नि सुरक्षा जांच की आवश्यकता तथा आपदाओं को रोकने पर बल दिया है।
आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के साथ मिलकर मंत्रालय ने आग लगने की घटनायें रोकने और इनसे निपटने के कई कार्यक्रम आयोजित किये और कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। मंत्रालय सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को विभिन्न प्रकार के परामर्श और जांच सूची जारी करता है। चिकित्सा अधिकारियों का कहना है कि स्वास्थ्य सेवा सुविधा केंद्रों हाई-लोड उपकरणों तथा ऑक्सीजन और रसायनों जैसे अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थों के साथ काम किया जाता है। ये जीवन रक्षा तो करते हैं, लेकिन ज्वलनशील भी होते हैं और खतरा उत्पन्न कर सकते हैं। इसलिए इनके प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने की आवश्यकता है।
मंत्रालय का कहना है कि प्रशिक्षण केवल सरकारी अस्पतालों के लिए ही नहीं, बल्कि निजी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, नर्सिंग होम, प्रसूति केंद्रों, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और निवारक सुविधाओं सहित देश के संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा परिवेश के लिए है। अधिकारियों का कहना है कि नियामक मानदंडों के अनुपालन से आगे बढ़ने तथा आग की रोकथाम और तैयारी की दिशा में प्रयास जारी रखने की आवश्यकता है।