37 हजार से अधिक इबादतगाहों पर अदा की जायेगी ईद की नमाज
लखनऊ। लखनऊ समेत समूचे उत्तर प्रदेश में गुरुवार को ईद-उल-फितर की नमाज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 37 हजार से अधिक ईदगाहों और मस्जिदों में अदा की जाएगी। पुलिस प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि ईद-उल-फितर की नमाज राज्य भर में 37 हजार 108 ईदगाहों और मस्जिदों में अदा की जाएगी, जिसके लिए पारंपरिक कार्यक्रमों की सूची बनाई गई है और तदनुसार पुलिस की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा, “ ईद के मद्देनजर सभी जिलों में 2,912 संवेदनशील स्थानों/हॉट स्पॉट की पहचान की गई है, जहां जोन और सेक्टर स्कीम के तहत पुलिस की तैनाती की गई है।
ईद काे शांतिपूर्ण उत्सव सुनिश्चित करने के लिए शांति समितियों, धार्मिक नेताओं, धार्मिक नेताओं के प्रबंधकों, प्रमुख निवासियों, पुलिस मित्र और नागरिक सुरक्षा के साथ 2,403 बैठकें की गईं। उन्होंने कहा, “ बैठकों के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सार्वजनिक सड़क को अवरुद्ध करके किसी भी गैर-पारंपरिक कार्यक्रम और धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं करने के लिए उचित ब्रीफिंग की गई। प्रवक्ता ने बताया कि सफाई, बिजली और अन्य व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय बैठकें की गईं और सभी समस्याओं का समाधान किया गया. उन्होंने कहा, ”दंगा नियंत्रण योजना का रिहर्सल सभी जिलों और कमिश्नरेट में किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि त्योहार को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए मुख्यालय स्तर से राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में पीएसी की 241 कंपनी, एसडीआरएफ की 3 कंपनी, एसएसपी की 8 कंपनी और सीएपीएफ की 229 कंपनी तैनात की गई है. उन्होंने कहा, “इसके अलावा, 2 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) और 6 डिप्टी एसपी को मुख्यालय पर तैनात किया गया है। प्रवक्ता ने कहा कि इसके अलावा, बॉडी-वॉर्न कैमरे के साथ महिला और पुरुष कर्मियों की टीमों को भी तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, “नमाज स्थलों और संवेदनशील स्थानों के पास ड्रोन कैमरों और उच्च रिज़ॉल्यूशन वाले सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है।
उन्होंने बताया कि यूपी-112 की 4800 गाड़ियों द्वारा सघन पेट्रोलिंग की जा रही है। प्रवक्ता ने कहा, “ दंगा नियंत्रण उपकरण, लाठी, हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर, केन शील्ड, आंसू गैस गन, वॉटर कैनन और वज्र वाहनों के साथ हॉट स्पॉट और रणनीतिक बिंदुओं पर क्यूआरटी टीमों को तैनात करके फ्लैग मार्च और रूट मार्च किया जा रहा है।”
प्रवक्ता ने कहा कि खुफिया नेटवर्क और सोशल मीडिया सेल को सक्रिय और अलर्ट कर अफवाहों पर नियंत्रण के लिए विशेष कार्रवाई की जा रही है। ‘अफवाह फैलाने वाले असामाजिक/अराजक तत्वों के क्षेत्रों को चिन्हित कर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।