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मैसूरु मुडा घोटाले में ईडी ने 40 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की

नयी दिल्ली।  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एमयूडीए घोटाला मामले में 34 अचल संपत्तियों को कुर्क किया है जिसमें मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) की 40.08 करोड़ रुपये की बाजार कीमत वाली संपत्तियां भी शामिल हैं। एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि मैसूरु में एमयूडीए भूमि आवंटन में बड़े पैमाने पर हुए घोटाले के संबंध में लोकायुक्त पुलिस की ओर से दर्ज की गई प्राथमिकी (एफआईआर) के आधार पर ईडी ने अपनी जांच शुरू की। अधिकारी ने बताया कि जांच में एमयूडीए के पूर्व आयुक्त जीटी दिनेश कुमार द्वारा विभिन्न तरीकों से अनुचित लाभ लेने का खुलासा हुआ है। जांच में पता चला कि एमयूडीए के पूर्व आयुक्त जीटी दिनेश कुमार द्वारा प्राप्त रिश्वत को रिश्तेदारों और सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्तियों की खरीद में इस्तेमाल किया गया। जांच में आगे पता चला कि जीटी दिनेश कुमार ने 31 एमयूडीए भूखंडों का अवैध आवंटन किया।

ईडी ने 18 और 28 अक्टूबर 2024 को तलाशी अभियान चलाया। इसमें पता चला कि भूखंडों का आवंटन नियमों का घोर उल्लंघन करके किया गया था। इसके अलावा, तलाशी कार्रवाई में एमयूडीए अधिकारियों और रियल एस्टेट व्यवसायियों के बीच गहरे गठजोड़ का खुलासा हुआ। सबूतों से यह भी पता चला कि भूखंडों के आवंटन और नक्शा स्वीकृत करने के लिए नकद भुगतान किया गया था। इससे पहले, ईडी ने 252 अवैध रूप से आवंटित एमयूडीए भूखंडों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। बड़े पैमाने पर अवैध आवंटन करने वाले जीटी दिनेश कुमार को 16 सितंबर 2024 को पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया था। वह वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है। अब तक पीएमएलए के तहत लगभग 440 करोड़ रुपये की बाजार मूल्य वाली आपराधिक आय को कुर्क किया जा चुका है। मामले की जांच जारी है।