पाकिस्तान में तूफान बिपरजॉय की रफ्तार धीमी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने कहा है कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की रफ्तार ‘धीमी’ हो गयी है। रहमान ने आज एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि पहले यह उम्मीद थी कि चक्रवात सिंध के केटी बंदर से पूर्वाह्न 11 बजे के आसपास टकराएगा, लेकिन इसकी गति 6-7 किमी कम हो गई है, इसलिए इसके टकराने के समय में देरी हो सकती है। उन्होंने हालांकि जोर देकर कहा कि चक्रवात की रफ्तार ‘धीमी’ हो गयी है लेकिन इसकी शुरुआत बहुत तेज थी, इसके मद्देनजर पहले से संवेदनशील क्षेत्रों के रूप में पहचाने जाने वाले क्षेत्रों को अभी भी सतर्क रहने को कहा गया है।
सुश्री रहमान ने कहा,“ हमने पहले चार जिलों को जोखिम वाले चिह्नित किया था, जिनमें थट्टा, बादिन, सुजावल और मलीर (कराची) शामिल था, लेकिन तूफान का प्रक्षेपवक्र उत्तर पूर्व की ओर है। इसलिए थारपारकर क्षेत्र को भी चक्रवात से प्रभावित होने की वजह से सतर्क किया गया है। रहमान ने कहा, “हम आपको नियमित रूप से नवीनतम जानकारी देते रहेंगे, क्योंकि ये तूफान अप्रत्याशित हैं। तूफान अभी भी उत्तर-र्व की ओर बढ़ रहा है। कुछ क्षेत्रों में अभी भी तेज हवाएं और भारी बारिश 300 मिमी तक हाेने की उम्मीद जतायी गयी है।
उन्होंने कहा, “ समुद्र में ऊंची-ऊँची लहरे उठने की चेतावनी दी गई है।” उन्होंने बताया कि हवाएं 120-140 किमी/घंटा की रफ्तार से चल रही हैं और समुद्र में 30 फुट और उससे अधिक की लहरें उठ रही हैं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा जारी एक नवीनतम जानकारी के अनुसार, बिपरजॉय कटी बंदरगाह से 125 किमी दक्षिण में, कराची से 230 किमी दक्षिण में और थट्टा से 220 किमी दक्षिण में स्थित है। पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने कहा कि हवाएं 120-140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हैं और सिस्टम सेंटर के आसपास 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और सिस्टम सेंटर के आसपास समुद्र की स्थिति खराब / असाधारण है, लहराें 25 फुट ऊंचाई तक दिखाई दे रही है।
विभाग ने कहा कि आज और शुक्रवार को कराची, हैदराबाद, टांडो मुहम्मद खान, टांडो अलयार, शहीद बेनज़ीराबाद और संघ जिलों में 60-80 किमी प्रति घंटे की तेज़ हवाओं के साथ बारिश होने का अनुमान जताया गया है। बलूचिस्तान के हब, लासबेला और खुजदार जिलों में आज और कल तेज आंधी या बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है। इसके अलावा तेज हवाएं सौर पैनलों आदि सहित ढीले और कमजोर ढांचों (कच्चे घरों) को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
जिले में समुद्र तट के किनारे मछुआरों की बस्तियों में पिछले दो दिनों से बिजली की आपूर्ति ठप है, जबकि लगभग 1,000 विस्थापित मछुआरे बादिन में राहत शिविरों में रह रहे हैं। कराची के कई हिस्सों सहित कायदाबाद, मालीर, गुलशन-ए-इकबाल, यूनिवर्सिटी रोड और अन्य क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।