योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के एकीकरण से रोगों पर नियंत्रण संभव
नयी दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की निदेशक डाॅ तनुजा नेसरी ने रविवार को कहा कि आयुर्वेद एवं योग प्राकृतिक चिकित्सा के एकीकरण से अन्य आधुनिक चिकित्सा पद्धति की तरह रोगों पर नियन्त्रण पाया जा सकता है। डा. नेसरी ने यहां एक सेमिनार – नेचुरोपैथी एवं इंटिग्रेटिव मेडिसि को संबोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा पर विशेष अध्ययन की आवश्यकता है। इससे दोनों पद्धतियों में एकीकरण बढ़ेगा और रोगों पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान तथा योग, प्राकृतिक चिकित्सा को एकीकृत करके जीवन शैली में सुधार किया जा सकता है।
सेमिनार का आयोजन अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संघ और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान – एम्स ने सयुंक्त रूप से केंद्रीय योग प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद और मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के सहयोग से किया। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संघ के अध्यक्ष डाॅ अनन्त बिरादार तथा कई निजी अस्पतालों के चिकित्सक मौजूद रहे। सेमिनार में 1000 से अधिक चिकित्सकों, योग शिक्षकों, प्राकृतिक चिकित्सकों ने भाग लिया।