उम्मीद है अय्यर इस साल खेल सकेंगे : कोच चंद्रकांत
कोलकाता। कोलकाता नाइट राइडर्स के मुख्य कोच चंद्रकांत पंडित को उम्मीद है कि उनकी टीम के कप्तान श्रेयस अय्यर कमर की चोट से उभरकर इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में हिस्सा ले सकेंगे। चंद्रकांत ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा, “मैंने जो भी थोड़ा बहुत क्रिकेट खेला है या कोचिंग दी है उसमे मैं टीम की अनुपलब्धता जैसी चीजों से कभी पीछे नहीं हटता। श्रेयस की अनुपस्थिति से फर्क पड़ेगा क्योंकि वह टीम के लिये महत्वपूर्ण है, लेकिन यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है की वह टूर्नामेंट के शुरुआती दौर का हिस्सा नहीं हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि श्रेयस बहुत जल्द वापस आएंगे और इससे टीम पर बहुत फर्क पड़ेगा। अय्यर कमर में बार-बार उठने वाले दर्द के कारण टूर्नामेंट के शुरुआती हिस्से से बाहर हो गये हैं जबकि उनकी वापसी को लेकर फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। नतीजतन, केकेआर ने आगामी सत्र के लिये नीतीश राणा को अपना कप्तान नामित किया है।
चंद्रकांत ने कहा, “जब हम खिलाड़ियों का चयन करते हैं और खिलाड़ियों को जिम्मेदारी देते हैं, तो हम देखते हैं कि कौन सक्षम है और मुझे लगता है इसके लिये नीतीश सक्षम है। वह लंबे समय से केकेआर के साथ है और उसका घरेलू रिकॉर्ड भी मजबूत है। मैं जानता हूं कि वह यह जिम्मेदारी निभा सकता है। हर खिलाड़ी का कौशल अलग होता है और नीतीश का कौशल देखकर हम अपने फैसले को लेकर निश्चिंत हैं। राणा की तरह चंद्रकांत भी पहली बार केकेआर की अगुवाई करेंगे। घरेलू क्रिकेट में सफलता हासिल कर चुके चंद्रकांत इस नयी चुनौती के लिये तैयार हैं। उन्होंने कहा, “चुनौतियां हर जगह हैं। यह भी एक है, लेकिन यह एक अलग तरह की चुनौती है। घरेलू क्रिकेट के बाद यहां आना जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुभवी खिलाड़ी हैं, एक अलग चुनौती है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि हमारे पास जो खिलाड़ी हैं, उनमें से कई अपने देश के लिये खेल रहे हैं। अंतत: खेल अलग नहीं है, केवल प्रारूप अलग है। जब तक कोई भी टीम एक इकाई के रूप में खेलेगी, तो सफल होगी।
इस बीच, राणा ने कहा कि वह कप्तानी के बोझ को लेकर चिंतित नहीं हैं क्योंकि वह अतीत में भी केकेआर के ड्रेसिंग रूम में एक अग्रणी की भूमिका निभा चुके हैं। राणा ने कहा, “मेरे लिये यह कोई नयी बात नहीं है, मैं कुछ सालों से इस फ्रेंचाइजी में अगुआ की भूमिका निभा रहा हूं। इस बार सिर्फ कप्तान का ठप्पा लगा है। अगर मैं इस पर अतिरिक्त दबाव लूंगा तो मेरा खेल संभावित रूप से खराब हो सकता है। यह कोई वास्तविक भय नहीं है। हां, जब आप पहली बार कुछ नया करते हैं तो थोड़ा अतिरिक्त दबाव होता ही है। लेकिन मैंने लगभग 100 मैच खेले हैं, और एक बात मुझे पता है कि मैं दबाव में कामयाब होता हूं और मैं अपने इस नयी भूमिका को अपना रहा हूं। अय्यर की गैरमौजूदगी में भले ही केकेआर के पास अनुभवी भारतीय खिलाड़ियों की कमी होगी, लेकिन राणा वरिष्ठ विदेशी खिलाड़ियों से मदद ले सकेंगे।
राणा ने कहा, “यहां खिलाड़ियों का प्रबंधन महत्वपूर्ण है। यह एक बड़ी प्रतियोगिता है इसलिए यहां ऐसे खिलाड़ी हैं जो यहां वरिष्ठ हैं। (आंद्रे) रसेल ने लगभग 450 मैच खेले हैं, (सुनील) नरेन भी अच्छे खिलाड़ी हैं, इसलिए हमारे पास एक बहुत ही अनुभवी टीम है। इतने अनुभव के साथ मेरे लिये डरने की कोई बात नहीं है। चंद्रकांत सर भी मौजूद हैं, इसलिए मेरे साथ इस टूर्नामेंट में सहयोगी के तौर पर बहुत सारे लोग हैं।