चीनी विदेश मंत्री दिल्ली पहुंचे
नयी दिल्ली,
पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में खूनी सैन्य टकराव के बाद तनावपूर्ण संबंधों के बीच चीन के विदेश मंत्री वांग यी गुरुवार की शाम भारत की यात्रा पर यहां पहुंचे। हवाई अड्डे पर भारत में चीन के राजदूत सुन वीडोंग और अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। पाकिस्तान में इस्लामिक देशों के संगठन की बैठक में भाग लेने के बाद वांग यहां आये हैं। पाकिस्तान में ओआईसी की बैठक में जम्मू कश्मीर को लेकर उनकी टिप्पणी का भारत ने करारा जवाब दिया है। सूत्रों के अनुसार वांग की कल विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात होनी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात अभी तय नहीं है। भारत की यात्रा के बाद चीनी विदेश मंत्री के नेपाल जाने की संभावना है।
रूस एवं यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण तेजी से बदल रहे भू राजनीतिक समीकरण तथा पूर्वी लद्दाख में सैन्य टकराव की स्थिति के कारण भारत एवं चीन के बीच 1962 के बाद सबसे खराब संबंधों के बीच चीनी विदेश मंत्री की यह यात्रा वैश्विक कूटनीतिक जगत में बहुत उत्सुकता से देखी जा रही है। समझा जाता है कि चीन के विदेश मंत्री के साथ बैठक में लद्दाख के वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर विवाद के तात्कालिक समाधान पर जोर दिया जायेगा। नये वैश्विक समीकरणों में भारत का अमेरिका के प्रभाव से मुक्त एवं देश हित से संचालित विदेश नीति का पालन करने से चीनी नेतृत्व की भारत को लेकर कुछ अपेक्षाएं बढ़ने लगी हैं। संभव है कि इस बैठक में तनाव घटाने को लेकर कोई महत्वपूर्ण प्रगति हो।