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चेन्नइयन आत्मसम्मान और नॉर्थईस्ट प्लेऑफ के लिए भिड़ेगी

पणजी, 

हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन में अपने पिछले मुकाबले में एफसी गोवा से ड्रॉ खेलने के बाद दो बार की चैम्पियन चेन्नइयन एफसी का प्लेऑफ में पहुंचने का सपना टूट चुका है। चेन्नइयन को अब अपना अगला मुकाबला गुरुवार को बोम्बोलिम के जीएमसी स्टेडियम में नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी के खिलाफ खेलना है। प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदें खत्म होने के बावजूद कोच कसाबा लाजलो अब अपने बचे दोनों मैचों में जीत के साथ सीजन का समापन करना चाहते हैं। लाजलो ने कहा, ‘‘हमारे पास दो मैच है और यह प्लेऑफ को लेकर नहीं है। लेकिन हमें इससे अच्छे परिणाम हासिल करना है। इन दो मैचों को जीतने के लिए हम अपना सबकुछ झोंक देंगे।’’ दो बार की चैम्पियन चेन्नइयन एफसी पिछले सीजन में सेमीफाइनल तक पहुंची थी, लेकिन इस बार टीम ज्यादा गोल नहीं कर पाई। चेन्नइयन ने इस सीजन में 183 मौके बनाए हैं और 234 शॉट टारगेट पर लिए हैं, लेकिन इसके बावजूद टीम अब तक केवल 13 ही गोल कर पाई है। उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई टीम ऊपर-नीचे होती रहती है और हर सीजन उनके लिए हमेशा एक जैसा नहीं होता है। मुझे लगता है कि इस सीजन में हमारे साथ कई चीजें अच्छी हुई। लेकिन यह शानदार नहीं रहा।’’

चेन्नइयन आत्मसम्मान और नॉर्थईस्ट प्लेऑफ के लिए भिड़ेगी के लिए इमेज नतीजे
लाजलो ने कहा, ‘‘नॉर्थईस्ट के खिलाफ होने वाला मुकाबला मुश्किल होगा। उनके पास अच्छी टीम है, खासकर विदेशी खिलाड़ियों की। हमारा लक्ष्य इस मैच को जीतने का होगा। हमारा ध्यान सफल फुटबाल खेलना और गोल करना है।’’ चेन्नइयन की टीम पिछले सात मैचों में से एक भी मैच नहीं जीती है। दूसरी तरफ, हाईलैंडर्स के नाम से मशहूर नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी अपने कोच खालिद जमील के मार्गदर्शन में पिछले छह मैचों से अजेय चल रही है और टीम की नजरें प्लेऑफ में जगह बनाने पर लगी हुई है। जमील के मार्गदर्शन में हाईलैंडर्स ने चार मैच जीते हैं और दो ड्रॉ खेले हैं और वह अभी भी टॉप-4 में बनी हुई है। हालांकि हाईलैंडर्स को अभी भी प्लेऑफ के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है क्योंकि चार टीमें प्लेऑफ के शेष दो स्थानों के लिए एक दूसरे को टक्कर दे रही है। हाईलैंडर्स के सहायक कोच एलिसन ने अपनी टीम से अनुरोध किया है कि वे अपने प्रतिद्वंद्वी चेन्नइयन को हल्के में ना लें। उन्होंने कहा, ‘‘हमें बस उन्हें और मैच को नियंत्रित करना है और गोल करने के लिए उन्हें बॉल नहीं देना है। हमें अपने खेल पर शांत और एकाग्र रहना होगा। साथ ही हमें आक्रामकता भी दिखानी होगी और मैच जीतने के लिए शत प्रतिशत प्रयास के साथ खेलना होगा।’’

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