एआई से कृषि एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में बदलाव
नयी दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस (एआई) देश की कुछ सबसे बड़ी चुनौतियों का समाधान कर रहा है जिसमें खेती के तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव से लेकर स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच शामिल है। सोशल मीडिया की इंटरनेट सर्चइंजन कंपनी गूगल इंडिया ने बुधवार को यहां जारी “भारत के लिए एक एआई अवसर एजेंडा” रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि भारत अपनी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, बेहतरीन तकनीकी प्रतिभा, युवा जनसांख्यिकी और जीवंत स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के साथ एआई के लाभ लेने के लिए तैयार है।
रिपोर्ट के अनुसार एआई जलवायु जोखिमों को कम करके, उत्पादकता और स्थिरता तथा फसल मूल्य निर्धारण की जानकारी और फसल के संभावित खतरों की प्रारंभिक चेतावनी तक पहुँच प्रदान करके भारत के कृषि क्षेत्र की मदद कर रहा है। एग्रोस्टार जैसे एआई- प्लेटफ़ॉर्म किसानों को सशक्त बना रहे हैं, फसल की पैदावार बढ़ाने में मदद कर रहे हैं और किसानों के लिए टिकाऊ प्रथाओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं। एआई के प्रति एक व्यापक और जिम्मेदार दृष्टिकोण महत्वपूर्ण आर्थिक विकास और सामाजिक प्रगति को खोल सकता है। रिपोर्ट का अनुमान है कि वर्ष 2030 में भारत में एआई अपनाने से कम से कम 33.8 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वास्थ्य सेवा में, एआई निदान को बेहतर बनाने, पहुँच का विस्तार करने और देखभाल को व्यक्तिगत करने में मदद कर रहा है। एआई का उपयोग करके उन महिलाओं की पहचान की जा रही है जो अपने स्वास्थ्य सूचना कार्यक्रम से बाहर होने के जोखिम में हैं। रिपोर्ट के अनुसार भारत के लिए एआई अवसर को अधिकतम करने के लिए, सरकार, उद्योग और नागरिक समाज के बीच प्रयासों में प्रमुख क्षेत्रों को प्राथमिकता देनी होगी।