जी-20 की सफलता पर मंत्रिमंडल ने किया प्रस्ताव पारित
नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को यहां हुई बैठक में जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता की सराहना करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव में ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ विषय के विभिन्न पहलुओं पर प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की सराहना की गई है। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री के जन भागीदारी के दृष्टिकोण से जी-20 कार्यक्रमों और गतिविधियों में समाज के व्यापक वर्गों को शामिल किया गया। भारत की जी 20 अध्यक्षता के दौरान 60 शहरों में 200 से अधिक बैठकें की गई। भारत की जी-20 अध्यक्षता वास्तव में जन-केंद्रित थी और एक राष्ट्रीय प्रयास के रूप में उभरी।
प्रस्ताव में कहा गया है कि शिखर सम्मेलन के नतीजे परिवर्तनकारी थे और आने वाले दशकों में वैश्विक व्यवस्था को फिर से आकार देने में योगदान देंगे। इनमें विशेष रूप से, सतत विकास लक्ष्यों को साकार करने, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों में सुधार करने, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की स्थापना करने, हरित विकास समझौते को बढ़ावा देने और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। मंत्रिमंडल ने इस बात का भी उल्लेख किया कि ऐसे समय में जब पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण मजबूत था और उत्तर-दक्षिण विभाजन गहरा था, प्रधान मंत्री के प्रयासों ने सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर एक महत्वपूर्ण सहमति बनाई।
प्रस्ताव में कहा गया है कि ‘वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ’ शिखर सम्मेलन की भारत की अध्यक्षता का एक अनूठा पहलू रहा। यह विशेष संतोष की बात है कि भारत की पहल के कारण अफ्रीकी संघ को जी-20 के स्थायी सदस्य के रूप में स्वीकार किया गया। नयी दिल्ली शिखर सम्मेलन ने भारत की समकालीन प्रौद्योगिकी प्रगति के साथ-साथ हमारी विरासत, संस्कृति और परंपराओं के प्रदर्शन का अवसर प्रदान किया। जी-20 सदस्य देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों ने इसकी व्यापक सराहना की। सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने , विकास के लिए अधिक संसाधनों की उपलब्धता, पर्यटन का विस्तार, वैश्विक कार्यस्थल के अवसर, बाजरा उत्पादन और खपत के माध्यम से मजबूत खाद्य सुरक्षा और जैव-ईंधन के प्रति गहरी प्रतिबद्धता जताई गई।
शिखर सम्मेलन के दौरान भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा समझौता और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन भी काफी महत्त्वपूर्ण घटनाक्रम थे। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता में शामिल सभी संगठनों और व्यक्तियों के योगदान की सराहना की। मंत्रिमंडल ने उस उत्साह को मान्यता दी जिसके साथ भारत के लोगों, विशेषकर युवा पीढ़ी ने इसकी गतिविधियों में भाग लिया। प्रस्ताव में विकास को बढ़ावा देने की दृष्टि से भारतीय जी-20 अध्यक्षता को मजबूत दिशा देने में प्रधान मंत्री के नेतृत्व को मान्यता दी गई है।