गेंदबाजों को बार-बार चोट लगना ‘हास्यास्पद’ : शास्त्री
नयी दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच रवि शास्त्री ने वरिष्ठ भारतीय गेंदबाजों को बार-बार लगने वाली चोटों पर निराशा जताते हुए कहा है कि किसी खिलाड़ी का इतनी आसानी से चोटग्रस्त होना ‘अवास्तविक’ और ‘हास्यास्पद’ है। शास्त्री ने यह टिप्पणी दीपक चाहर की नवीनतम चोट पर चर्चा के दौरान की। चेन्नई सुपर किंग्स के लिये खेलने वाले चाहर मुंबई इंडियंस के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले में सिर्फ एक ओवर फेंककर बाएं हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण मैच से बाहर हो गये थे। शास्त्री ने बुधवार को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ सुपर किंग्स के घरेलू मैच से पहले ईएसपीएन क्रिकइंफो के एक कार्यक्रम में कहा, “पिछले तीन या चार वर्षों में काफी खिलाड़ी ऐसे हैं जो एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) के स्थायी निवासी बन गये हैं। जल्द ही उन्हें वहां किसी भी समय चलने के लिये आवासीय मंजूरी मिल जाएगी, जो बिल्कुल भी अच्छी बात नहीं है। यह अविश्वसनीय है।
पिछले पांच महीनों में चाहर हैमस्ट्रिंग की समस्या के कारण दूसरी बार अपने चार ओवर पूरे किये बिना एक मैच से बाहर गये हैं। पिछले दिसंबर में मीरपुर में बंगलादेश के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में चाहर ने तीन ओवर फेंकने के बाद मैदान छोड़ दिया था। इसके बाद वह बेंगलुरु में एनसीए में लौट आए, जहां उन्होंने लगभग अपना पूरा 2022 गुजारा था। चाहर एकमात्र ऐसे भारतीय तेज गेंदबाज नहीं हैं जिन्हें बार-बार चोट लगने के कारण लंबे समय तक दरकिनार किया गया। जसप्रीत बुमराह, नवदीप सैनी, कुलदीप सेन, मोहसिन खान और यश दयाल सभी हाल-फिलहाल में अलग-अलग समय पर क्रिकेट से दूर हुए हैं। शीर्ष भारतीय गेंदबाज बुमराह ने हाल ही में पीठ की सर्जरी भी करवाई है।
शास्त्री सबसे ज्यादा इस बात से परेशान हैं कि इनमें से अधिकांश खिलाड़ियों पर कार्यभार बहुत ज्यादा नहीं था और एनसीए की मेडिकल टीम द्वारा फिट घोषित किये जाने के बावजूद, वे अभी भी चोटग्रस्त हो रहे थे। शास्त्री ने कहा, शास्त्री ने कहा, “आप इतना क्रिकेट खेल ही नहीं रहे हैं कि आपको बार-बार चोट लगे। आप लगातार चार मैच नहीं खेल सकते हैं। आप एनसीए में किस लिये जा रहे हैं अगर आप वापस आने के तीन मैच बाद वहीं लौट जायेंगे। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप फिट हैं और एक बार टीम में आयें क्योंकि यह बहुत निराशाजनक है। न केवल टीम के लिए, खिलाड़ियों, बीसीसीआई, विभिन्न (आईपीएल) फ्रेंचाइजी के कप्तानों के लिये।
उन्होंने कहा, “मैं एक गंभीर चोट समझ सकता हूं, लेकिन हर चार मैच में जब कोई अपनी हैमस्ट्रिंग को छूता है या कोई अपनी कमर को छूता है, तो आप सोचने लगते हैं कि ये लोग क्या हैं… वे क्या प्रशिक्षण ले रहे हैं, क्या चल रहा है। इनमें से कुछ लोग साल भर कोई क्रिकेट भी नहीं खेलते हैं। यहां सिर्फ चार ओवर (आईपीएल में) डालने हैं। सुपरकिंग्स द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, चाहर को आईपीएल के अन्य मैचों में भाग लेने से पहले अपनी हैम्ट्रिंग स्कैन करवाना होगा। उसके बाद ही टूर्नामेंट में उनकी उपलब्धता पर फैसला लिया जायेगा।