ब्लिंकन कांग्रेस में पेश कर सकते हैं इजराइल पर आलोचनात्मक रिपोर्ट
वाशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन शुक्रवार को कांग्रेस (संसद) में इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष को लेकर ‘अत्यधिक आलोचनात्मक’ रिपोर्ट पेश कर सकते हैं, लेकिन वह गाजा पट्टी में संभावित अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन का आरोप लगाने से बचेंगे। ‘एक्सियोस’ समाचार पोर्टल ने मामले के जानकार तीन अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। समाचार पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी विदेश विभाग नए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा ज्ञापन के मुताबिक विभिन्न सशस्त्र संघर्षों में भाग लेने वाले इज़रायल और छह अन्य देशों द्वारा हथियारों के उपयोग का अध्ययन कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर अमेरिका इन देशों द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के किसी भी उल्लंघन का खुलासा करता है, तो वह उन्हें सैन्य सहायता रोकने का फैसला कर सकता है।
प्रक्रिया के हिस्से के रूप में श्री ब्लिंकन को कथित तौर पर गाजा संघर्ष में इज़रायल की कार्रवाइयों से संबंधित कई घटनाओं का अध्ययन करने का निर्देश दिया गया है। पोर्टल की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी विदेश मंत्री संभवतः इजरायल की आलोचना कर सकते हैं, लेकिन वह इस आरोप को लगाने से बचेंगे कि इजरायल ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा ज्ञापन के संदर्भ में कथित तौर पर अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है। गौरतलब है कि इजरायल ने सोमवार को राफा के पूर्वी हिस्सों में एक सैन्य अभियान शुरू किया और मिस्र के साथ लगने वाली राफा की सीमा ( गाजा हिस्से) पर नियंत्रण कर लिया। इजरायल की ये कार्रवाई फिलिस्तीनी आंदोलन हमास द्वारा मिस्र और कतर द्वारा प्रस्तावित युद्धविराम समझौते की शर्तों पर सहमत होने के बाद की। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस समझौते को अस्वीकार्य बताया।
उल्लेखनीय है कि हमास ने गत सात अक्टूबर को इजरायल की सीमा में घुसकर और गाजा पट्टी से बड़े पैमाने पर रॉकेट दागकर हमला किया था। इस दौरान 1200 से अधिक लोग मारे गए थे। हमास के लड़ाकों ने 240 लोगों को बंधक भी बना लिया था। इसके बाद इज़राइल ने जवाबी हमले शुरू किए, गाजा की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश दिया और हमास लड़ाकों को खत्म करने और बंधकों को बचाने के घोषित लक्ष्य के साथ फिलिस्तीनी इलाके में जमीनी स्तर पर हमले शुरू किए। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में अब तक 34,900 से अधिक लोग मारे गए हैं। कयास लगाया जा रहा है कि गाजा में 100 से अधिक इजरायली बंधक अभी भी हमास के कब्जे में हैं।