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बेहतर समन्वय से महामारी के प्रकोप को किया जा सकता है नियंत्रित: योगी

लखनऊ,
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 की पॉजिटिविटी की दर में आई कमी पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा है कि बेहतर समन्वय से इस महामारी के प्रकोप को नियंत्रित किया जा सकता है। योगी ने शनिवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 की पॉजिटिविटी की दर में आई है। यह एक अच्छा संकेत है। संक्रमण को नियंत्रित करने में प्रदेश सरकार की रणनीति कारगर सिद्ध हो रही है।


उन्होंने कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित के लिये टीम भावना के साथ प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि बेहतर समन्वय से इस महामारी के प्रकोप को नियंत्रित किया जा सकता है। योगी ने कहा कि वर्तमान में टेङ्क्षस्टग कार्य काफी अच्छे ढंग से किया जा रहा है। इस कार्य को आगे भी इसी प्रकार जारी रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड अस्पतालों में मैन पावर की कोई कमी न हो। सभी चिकित्सालयों में ऑक्सीजन की सुचारु उपलब्धता बैकअप सहित सुनिश्चित की जाए। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में तथा अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा मेडिकल कॉलेजों तथा चिकित्सा संस्थानों में दवाओं एवं अन्य आवश्यक मेडिकल सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखें। उन्होंने कहा कि लखनऊ में विशेष ध्यान दिया जाय। जिले के नोडल अधिकारी अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य तथा अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा से विचार-विमर्श कर जिले में संक्रमण को नियंत्रित करने का एक अच्छा मॉडल प्रस्तुत करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को 16 जिलों में संक्रमण को प्रभावी रूप से नियंत्रित करने के लिए शासन द्वारा अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव स्तर के नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा मंत्री से अपेक्षा की कि वे लखनऊ समेत सभी 16 जिलों के नोडल अधिकारियों से संवाद बनाकर उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन तथा दिशा-निर्देश प्रदान करें। उन्होंने कहा कि एमएसपी के तहत धान क्रय की कार्रवाई सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए सभी प्रबन्ध समय से सुनिश्चित किए जाएं। आवश्यकतानुसार धान क्रय केन्द्रों की संख्या में वृद्धि की कार्रवाई की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को धान खरीद के सम्बन्ध में सभी सुविधाएं उपलब्ध हों।

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