गृह मंत्रालय के कार्यों की समीक्षा की अमित शाह ने
नयी दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के ‘चिंतन शिविर’ की अध्यक्षता की तथा मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा की। चिंतन शिविर का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ’विजन 204’ को लागू करने के लिए कार्य योजना तैयार करना था। चिंतन शिविर में दो सत्रों में चर्चा की गई। शाह द्वारा चिंतन शिविर की शुरुआत मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूर्व में की गयी चर्चा के दौरान दिए गए निर्देशों की अनुपालन स्थिति के बारे में गहन समीक्षा के साथ की गयी। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा आने वाले वर्षों में उनकी प्राथमिकताओं, कार्यों और आत्मनिर्भर भारत, विभिन्न बजट घोषणाओं तथा महत्वपूर्ण लंबित मुद्दों की स्थिति की भी समीक्षा की।
उन्होंने साइबर अपराध प्रबंधन, पुलिसबलों के आधुनिकीकरण, आपराधिक न्याय प्रणाली में सूचना प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग, सीमा प्रबंधन और तटीय सुरक्षा मुद्दों के लिए एक इकोसिस्टम विकसित करने पर जोर दिया। शाह ने अपराधों के महत्वपूर्ण विश्लेषण के लिए डेटाबेस का विस्तृत उपयोग करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल पर बल दिया, जिससे महिलाओं, बच्चों और कमजोर वर्गों के लिए सुरक्षित वातावरण तैयार किया जा सके।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने भर्ती प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि रिक्ति उत्पन्न होने से पहले ही भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को समय पर पदोन्नति भी मिलनी चाहिए। श्री शाह ने केंद्रीय पुलिस कर्मियों के लिए विभिन्न कल्याणकारी कदमों जैसे उनके लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का निर्माण और आवाज संतुष्टि अनुपात में सुधार लाने पर भी जोर दिया। गृह मंत्री ने प्रशिक्षण के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा कि गृह मंत्रालय के सभी विभागों को नियमित रूप से अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना चाहिए।
उन्होंने सुझाव दिया कि गृह मंत्रालय के अधिकारियों को विकास योजनाओं की निगरानी के लिए नियमित दौरे करने चाहिए। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में बाड़ लगाने और सड़कों के निर्माण में तेजी लाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने संवेदनशीलता के महत्व और सभी वरिष्ठ कर्मियों द्वारा एक ’पर्सनल टच’ विकसित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने मंत्रालय को भविष्य के लिए बहुमूल्य बिंदु दिए और आशा व्यक्त की कि चिंतन शिविर में आयोजित चर्चाओं के माध्यम से इन क्षेत्रों में राष्ट्रीय नीति निर्माण करने और बेहतर योजना व समन्वय में मदद मिलेगी। शाह ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि वे सब मिलकर पूरी लगन के साथ कार्य करें। उन्होंने गृह मंत्रालय के प्रयासों की प्रशंसा की और एक सुरक्षित भारत बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करने की ज़रूरत पर बल दिया।