अफगानिस्तान सिखों के अंतिम जत्थे को शीघ्र निकालने की संभावना
नयी दिल्ली,
एक सामाजिक कार्यकर्ता विक्रमजीत साहनी ने कहा है कि 180 अफगान सिखों और हिंदुओं के अंतिम जत्थे को बुधवार को काबुल से एक विशेष भारतीय वायु सेना के विमान से निकाले जाने की संभावना है। श्री साहनी ने कहा कि जो परिवार भारत वापस आ गए हैं, उन्हें अपना भरण-पोषण करने और उनकी आजीविका के लिए मदद की जाएगी। श्री साहनी ने यूनीवार्ता से कहा, “ हम ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मदारी योजना’ चला रहे हैं जिसके तहत अफगान सिख शरणार्थियों को एक वर्ष के लिए उनके सभी खर्चों को वहन करने में सहायता प्रदान की जाएगी।”
श्री साहनी जो विश्व पंजाबी संगठन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष भी है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी उनके द्वारा भेजी गई चार्टर्ड उड़ानों से लगभग 500 अफगान सिख शरणार्थियों को निकाला गया था। उन्हाेंने कहा,“ हम पश्चिमी दिल्ली के प्रताप नगर में अफगान सिखों का पुनर्वास कर रहे हैं। हम निकासी पर विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय कर रहे हैं। ” गौरतलब है कि मंगलवार को दिल्ली में गुरु ग्रंथ साहिब की पवित्र ग्रंथ की तीन प्रतिलिपि के साथ 44 अफगानी सिख यहां पहुंचे। जबकि 40 को सोमवार को अफगानिस्तान से निकाला गया था। बाकी 180 अफगान सिख काबुल के गुरुद्वारा करते परवान में है, जहां उन्होंने शरण ली हुई है।