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भारतीय पुरुष क्रिकेट के लिए मिला-जुला रहा वर्ष 2025

नयी दिल्ली।  आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की जीत, एशिया कप में खिताबी सफलता और इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन के अलावा भारतीय पुरुष क्रिकेट के लिए वर्ष 2025 का सफर काफी मिला-जुला रहा है। भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ने जनवरी 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सफेद गेंद सीरीज से साल की धमाकेदार शुरुआत की। भारत ने पांच मैचों की अंतरराष्ट्रीय टी-20 सीरीज 4-1 से अपने नाम की, जबकि एकदिवसीय सीरीज में इंग्लैंड को 3-0 से क्लीन स्वीप किया। भारत बनाम इंग्लैंड टी-20 सीरीज का सबसे बड़ा आकर्षण पल अभिषेक शर्मा का विस्फोटक शतक रहा। उन्होंने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए आखिरी मैच में 135 रनों की पारी खेली, जो अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में किसी भारतीय बल्लेबाज का अब तक का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। भारतीय टीम ने फरवरी में पाकिस्तान और यूएई की मेजबानी में हुई आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी अपनी लय को बरकरार रखा। आठ साल बाद अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर में लौटी इस प्रतिष्ठित एकदिवसीय टूर्नामेंट में भारत ने रिकॉर्ड तीसरी बार खिताब अपने नाम किया। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही। ग्रुप चरण में पाकिस्तान के खिलाफ विराट कोहली का शतक जीत का सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र रहा, जबकि फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ कप्तान रोहित शर्मा ने टीम को चैंपियन बनाया।

इसके बाद भारत का अगली अंतरराष्ट्रीय सीरीज इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज थी, लेकिन उससे पहले ही बड़ा बदलाव देखने को मिला। रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ने इस सीरीज से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। इसके बाद चयनकर्ताओं ने शुभमन गिल को भारतीय टेस्ट टीम का नया कप्तान बनाया। हाल के वर्षों की सबसे रोमांचक टेस्ट सीरीज में से एक मानी जा रही यह सीरीज बराबरी पर खत्म हुई। इंग्लैंड ने लीड्स में पहला टेस्ट और लॉर्ड्स में तीसरा मुकाबला जीता, जबकि भारत ने एजबेस्टन में दूसरा टेस्ट अपने नाम किया और द ओवल में खेले गए आखिरी मुकाबले में छह विकेट से शानदार जीत दर्ज कर सीरीज बराबर की। इस पूरी सीरीज में कप्तान शुभमन गिल ने 75.40 की औसत से 754 रन बनाए, जिसमें चार शतक और एक दोहरा शतक शामिल रहा।
भारत ने अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में भी अपनी शानदार लय बरकरार रखते हुए सितंबर में यूएई में खेले गए एशिया कप का खिताब अपने नाम किया। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी और अभिषेक शर्मा के बेहतरीन फॉर्म की बदौलत भारत फाइनल में पाकिस्तान को हराकर रिकॉर्ड नौवीं बार महाद्वीपीय चैंपियन बना। 146 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत धीमी रही, लेकिन नाबाद 69 रन की शानदार पारी खेलने वाले तिलक वर्मा ने टीम को जीत दिलाई और फाइनल के हीरो रहे।

अक्टूबर में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज की मेजबानी की और 2-0 से क्लीन स्वीप किया। यह शुभमन गिल की टेस्ट कप्तान के रूप में पहली सीरीज में जीत थी। इसी दौरान गिल को रोहित शर्मा की जगह भारतीय एकदिवसीय टीम का कप्तान भी बनाया गया। एकदिवसीय प्रारुप में उनकी शुरुआत उतनी सफल नहीं रही। अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज में 2-1 से हार का सामना करना पड़ा। सिडनी में खेले गए आखिरी मुकाबले में रोहित शर्मा के शतक ने भारत को क्लीन स्वीप होने से बचाया। इसके बाद खेली गई पांच मैचों की टी-20 सीरीज में भारत का प्रदर्शन बेहतर रहा। बारिश के कारण पहला और आखिरी मैच रद्द होने के बावजूद यह सीरीज भारत ने 2-1 से अपने नाम की। नवंबर भारत के क्रिकेट साल का सबसे निराशाजनक दौर साबित हुआ और शायद यह एक चिंताजनक रुझान का संकेत भी था। पिछले सीजन में न्यूजीलैंड ने भारत की घरेलू टेस्ट सीरीज में 12 साल से चली आ रही अजेय लकीर तोड़ दी। इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली एकतरफा जीत से थोड़ी राहत जरूर मिली, लेकिन वह राहत ज्यादा समय तक नहीं टिक सकी। दक्षिण अफ्रीका ने पुराने जख्मों को फिर से खोल दिया और भारत को 2-0 से करारी शिकस्त दी। गुवाहाटी में खेले गए दूसरे टेस्ट में 408 रन से मिली हार, टेस्ट क्रिकेट में रन के अंतर से भारत की अब तक की सबसे बड़ी हार के रूप में दर्ज हो गई। इसके बाद भारत ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में शानदार वापसी की। भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को एकदिवसीय सीरीज में 2-1 और टी-20 सीरीज में 3-1 से हराकर साल का समापन सकारात्मक रूप से किया।