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‘इत्ती सी खुशी’ में अन्विता का किरदार निभाना भावनात्मक रूप से संतोषजनक रहा : सुम्बुल तौकीर खान

मुंबई।  अभिनेत्री सुम्बुल तौकीर खान का कहना है कि ‘इत्ती सी खुशी’ में अन्विता का किरदार निभाना उनके लिये भावनात्मक रूप से संतोषजनक रहा है। सोनी सब का शो ‘इत्ती सी खुशी’ अन्विता (सुम्बुल तौकीर खान) के सफर को दर्शाता है, जहां वह केवल अस्तित्व बचाने की लड़ाई से आगे बढ़कर अपने जीवन पर नियंत्रण पाना शुरू करती है। संजय (ऋषि सक्सेना) की बढ़ती असुरक्षा और विराट (रजत वर्मा) की अनसुलझी मौजूदगी के बीच फंसी अन्विता, अब विराट के शक्तिशाली पिता राजनाथ वर्मा (फारुख सईद) के आने से नई चुनौतियों का सामना कर रही है। अन्विता के सामने अब ऐसे विकल्प हैं जो उसकी सहनशक्ति और रिश्तों की परीक्षा लेंगे।

जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, अन्विता पर्सी कैफे की जिम्मेदारी संभालती है, जो उसके बढ़ते आत्मविश्वास और स्वतंत्रता को दर्शाता है। हालाँकि, यह संजय के साथ संघर्ष का कारण बनता है, जिसकी असुरक्षा तब और गहरी हो जाती है जब वह अन्विता के पर्सनल डेवलपमेंट को गलत समझता है। विराट की निरंतर उपस्थिति से खुद को असुरक्षित महसूस करता है। एक भव्य पार्टी के साथ विराट के शक्तिशाली पिता राजनाथ वर्मा की एंट्री होती है। ड्रामा तब और बढ़ जाता है जब विराट बताता है कि उसने कैफे की प्रॉपर्टी खरीद ली है। वह अन्विता को वहां से निकालने की धमकी देता है। क्या अन्विता की यह नई ताकत उसके सपनों और रिश्तों दोनों को बचाने के लिए काफी होगी?

सुम्बुल तौकीर खान ने कहा, “अन्विता के लिए यह दौर बेहद शक्तिशाली है क्योंकि यह केवल परिस्थितियों से लड़ने के बजाय वास्तव में अपने जीवन की कमान संभालने की ओर उसके बदलाव को दर्शाता है। इस सफर को जो बात जटिल बनाती है, वह यह है कि उसकी तरक्की को उसके करीबी लोग ही गलत समझते हैं। उसे चुनौती देते हैं। इस बदलाव के दौरान अन्विता का किरदार निभाना, जहाँ वह भावुक भी है, दृढ़ निश्चयी भी और अपनी जमीन बचाना सीख रही है, भावनात्मक रूप से काफी गहन और संतोषजनक रहा है। दर्शक उसे ऐसे रूप में उभरते हुए देखेंगे जिसकी उन्हें उम्मीद नहीं होगी। ‘इत्ती सी खुशी’, हर सोमवार से शनिवार रात नौ बजे, केवल सोनी सब पर प्रसारित होता है।