व्यापार और निवेश, अर्थव्यवस्था तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को अधिक मजबूत बनायेंगे भारत और फिनलैंड

नयी दिल्ली। भारत और फ़िनलैंड ने व्यापार एवं निवेश, डिजिटलीकरण, क्वांटम कंप्यूटिंग, 5 जी और 6 जी प्रौद्योगिकी , कृत्रिम बुद्धिमत्ता, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, अर्थव्यवस्था, शिक्षा और अनुसंधान एवं विकास जैसे क्षेत्रों में सहयोग मज़बूत करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। भारत और फिनलैंड के बीच 13 वें विदेश कार्यालय परामर्श की हेलसिंकी में गुरुवार को हुई बैठक में यह सहमति बनी। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यहां एक वक्तव्य जारी कर बताया कि फिनलैंड ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते को अपना समर्थन दोहराते हुए समझौते के जल्द पूरा होने की उम्मीद जताई है।
बैठक में भारत का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज ने और फ़िनलैंड का नेतृत्व फ़िनलैंड के विदेश मंत्रालय के स्थायी सचिव जुक्का सलोवारा ने किया। हेलसिंकी यात्रा के दौरान सचिव (पश्चिम) ने फ़िनलैंड के रोज़गार मंत्री मतियास मार्टिनेन से भी शिष्टाचार भेंट की। दोनों पक्षों ने भारत-फ़िनलैंड द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की और व्यापार एवं निवेश, डिजिटलीकरण, क्वांटम कंप्यूटिंग, 5 जी/ 6 जी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, सततता, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, अनुसंधान एवं विकास और लोगों से लोगों के बीच संबंध के क्षेत्रों में सहयोग को और मज़बूत करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
भारत फ़िनलैंड को यूरोपीय संघ और नॉर्डिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण और विश्वसनीय भागीदार मानता है। भारत-यूरोपीय संघ रणनीतिक साझेदारी के अंतर्गत सहयोग में उल्लेखनीय प्रगति के साथ साथ फिनलैंड ने महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते को शीघ्र संपन्न करने के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की। आर्कटिक और संयुक्त राष्ट्र सहित बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग पर भी चर्चा हुई। फिनलैंड ने पुनर्गठित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए अपने समर्थन को दोहराया।
दोनों पक्षों ने आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रमों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने बहुपक्षीय सहयोग और वैश्विक चुनौतियों पर निरंतर संवाद के महत्व को रेखांकित किया। दोनों देशों के बीच अगली बैठक भारत में होगी।
