अमेरिका ने रूस की सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर लगाए प्रतिबंध
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की है। इन प्रतिबंधों का उद्देश्य मास्को पर यूक्रेन में चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए दबाव बनाना है। अमेरिका का यह कदम महीनों से अटकी कूटनीति और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के रूख से बढ़ती निराशा के बाद उठाया गया है। श्री ट्रम्प ने नाटो महासचिव मार्क रूट की मेजबानी करते हुए व्हाइट हाउस में पत्रकारों को बताया, “आज एक बहुत बड़ा दिन है। देखिए, ये बहुत बड़े प्रतिबंध हैं। ये उसकी दो बड़ी तेल कंपनियों के खिलाफ हैं। हमें उम्मीद है कि युद्ध अब समाप्त हो जाएगा। हमने अभी-अभी विभिन्न प्रकार की मिसाइलों और अन्य सभी चीजों के बारे में बात की है जिन पर हम विचार कर रहे हैं। लेकिन हमें नहीं लगता कि इसकी जरूरत होगी।
अमेरिकी वित्त विभाग ने भी उन पर प्रतिबंध लगाए हैं जो अमेरिका में रोसनेफ्ट और लुकोइल की संपत्तियों को जब्त कर लेंगे और अमेरिकी संस्थाओं को उनके साथ वित्तीय लेन-देन करने से रोकने का काम करेंगे। इन कंपनियों के 50 प्रतिशत या उससे अधिक स्वामित्व वाली सभी सहायक कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। श्री ट्रंप ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के नुकसान की आलोचना करते हुए कहा, “हम चाहते हैं कि वे लंबे समय से बनी हुई अपनी नीति पर चलें और युद्ध समाप्त करते हुए वे अपने घर लौट जाएं। पिछले सप्ताह उनके लगभग 8,000 सैनिक मारे गए। हमें लगता है कि यह हास्यास्पद है और हम इसे समाप्त करना चाहेंगे। मुझे लगता है कि वे दोनों इस समय शांति चाहते हैं। लगभग चार साल हो गए हैं। अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता।
श्री ट्रम्प से जब पूछा गया कि प्रतिबंधों को अब इतना कठोर क्यों किया गया, तो उन्होंने जवाब दिया, “मुझे लगा कि अब समय आ गया है। हमने बहुत इंतजार किया है।” नाटो महासचिव मार्क रूट ने रूस के साथ ‘गतिरोध तोड़ने’ और शांति की दिशा में काम करने के ट्रंप के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “अगली बड़ी बात यूक्रेन-रूस है। नाटो यूक्रेन में शांति के आपके दृष्टिकोण को मूर्त करने में आपकी मदद करना चाहता है। आप युद्ध समाप्त करने की दिशा में पुतिन के साथ बातचीत के साथ-साथ आप जो कुछ भी करना चाहते हैं, उसके लिए आपका धन्यवाद।
प्रतिबंधों का उद्देश्य रूस की युद्ध मशीनरी के लिए महत्वपूर्ण धन को रोकना और उसकी अर्थव्यवस्था को कमजोर करना है। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने जोर देकर कहा, “अब समय आ गया है कि हत्याएं रोकी जाएं और तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया जाए। राष्ट्रपति पुतिन द्वारा इस निरर्थक युद्ध को समाप्त करने से इनकार करने के मद्देनजर वित्त मंत्रालय रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगा रहा है। उल्लेखनीय है कि रोसनेफ्ट और लुकोइल मिलकर प्रतिदिन लगभग 31 लाख बैरल तेल का निर्यात करते हैं, जो मास्को के राजस्व का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यह कदम हाल ही में ब्रिटेन द्वारा लगाए गए इसी तरह के प्रतिबंधों के बाद उठाया गया है। यह रूस के विरुद्ध यूरोपीय संघ के नवीनतम 19वें प्रतिबंध पैकेज के अनुरूप है। श्री ट्रंप ने यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें देने से इनकार कर दिया है क्योंकि इसके लिए व्यापक प्रशिक्षण की आवश्यकता है और इस तरह की सहायता में अत्यधिक समय लग सकता है।