देश भर में 81 पुरातात्विक महत्व के स्थलों पर योग कार्यक्रम की तैयारी, प्रवेश होगा नि:शुल्क
नयी दिल्ली। संस्कृति मंत्रालय की एजेंसी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एसएसआई) ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देश भर में ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व के 81 संरक्षित स्मारकों के परिसरों में योग कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की है। यह कार्यक्रम आयुष मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। संस्कृति मंत्रालय की शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार एएसआई योग दिवस समारोह पर इन सभी स्मारकों में सामान्य जन के लिए प्रवेश निःशुल्क रखेगा। योग दिवस पर मुख्य समारोह विशाखापत्तनम में होगा, जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी योग कार्यक्रम में शामिल होंगे।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर इस वर्ष का मुख्य संदेश है- ‘ एक धरती, एक स्वास्थ्य के लिए योग’। एएसआई योग महोत्सव के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विरासत और प्राचीन स्वास्थ्य प्रथाओं के बीच शाश्वत संबंध को उजागर करते हुए उसे प्रोत्साहित करना चाहता है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह अहमदाबाद के अडालज वाव में, श्री हरदीप सिंह पुरी दिल्ली के सफदरजंग मकबरे में, श्री पीयूष गोयल मुंबई के कन्हेरी गुफाओं में और श्री प्रल्हाद जोशी पट्टाडकल के मंदिर संकुल परिसर में स्थानीय लोगों के साथ योग सत्र में शामिल होंगे।
एएसआई जिन स्थलों पर यह कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, उनमें पुराना किला (दिल्ली), गोल गुंबज (कर्नाटक), कोणार्क सूर्य मंदिर (ओडिशा), चित्तौड़गढ़ किला (राजस्थान) और एलीफेंटा की गुफायें (महाराष्ट्र) भी हैं। ऐसे प्रतिष्ठित ऐतिहासिक स्थलों पर योग का अभ्यास करने के लिए हजारों प्रतिभागियों के कल वहां पहुंचने की उम्मीद है। वहां आयोजित योग सत्र समग्र स्वास्थ्य और पर्यावरण चेतना के महत्व को समर्पित किये जा रहे हैं।
शनिवार को योग दिवस का मुख्य कार्यकम आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित किया जायेगा और इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। वहां के कार्यक्रम को पूरे भारत में सीधा प्रसारित किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में महासभा के सत्र में पारित प्रस्ताव के आधार पर 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया था।