‘येओल को मार्शल लॉ लागू करने से रोकने की कोशिश की’
सोल। दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री हान डक-सू ने कहा है कि उन्होंने राष्ट्रपति यून सुक येओल को देश में मार्शल लॉ लागू करने से रोकने की कोशिश की थी। योनहाप समाचार एजेंसी ने कल श्री डक-सू के हवाले से कहा,“ मैंने अपना विरोध स्पष्ट कर दिया और राष्ट्रपति को उनके संकल्प से रोकने के प्रयास किया लेकिन मैं अंततः इसे रोक नहीं सका। मुझे खेद है और मुझे बहुत अपराध बोध महसूस हो रहा है। श्री डक-सू ने कहा कि वह तीन दिसंबर को राष्ट्रपति के कार्यालय पहुंचे और श्री येओल के मार्शल लॉ लागू करने के इरादे के बारे में जानने के बाद, उन्होंने अपने सभी सदस्यों की ओर से राष्ट्रपति को मनाने के लिए कैबिनेट की बैठक आयोजित करने का फैसला किया।
राष्ट्रपति के फैसले के खिलाफ होने के कारणों के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने श्री येओल से कहा कि यह कोरिया गणराज्य की अर्थव्यवस्था और क्रेडिट रेटिंग के लिए भारी मुश्किलें पैदा करेगा तथा नागरिकों द्वारा स्वीकार नहीं किया जाएगा। तीन दिसंबर को श्री येओल ने मार्शल लॉ घोषित किया, जिसमें दावा किया गया कि विपक्ष उत्तर कोरिया के साथ सहानुभूति रखता है और विद्रोह की साजिश रच रहा है।संसद ने राष्ट्रपति की घोषणा को खारिज कर दिया और मार्शल लॉ हटाने के लिए मतदान किया। संसद के अध्यक्ष वू वोन-शिक के कार्यालय ने कहा कि सांसदों के मतदान के बाद राष्ट्रपति की मार्शल लॉ की घोषणा अमान्य थी। कुछ ही समय बाद श्री येओल ने मार्शल लॉ हटा लिया और राष्ट्र से माफ़ी मांगी। बाद में राष्ट्रपति को असफल मार्शल लॉ की जांच के बीच देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया जबकि पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून को संभावित राजद्रोह मामले की जांच के तहत गिरफ्तार किया गया।