लोकबंधु अस्पताल की बड़ी लापरवाही, डिस्चार्ज के समय मरीज को बताया कोविड संक्रमित
लखनऊ ।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाहियां कम नहीं हो रही हैं। राजधानी लखनऊ में एक मरीज को बिना कोरोना की जांच कराए कोविड हॉस्पिटल भेज दिया गया। कोविड अस्पताल में मरीज को भर्ती नहीं मिली और वह ऐंबुलेंस में ही 6 घंटे तक तड़पता रहा। बीते दिन एक्सीडेंट होने के बाद मरीज को सहारा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। लेकिन आर्थिक तंगी और पैसों की कमी के चलते परिजनों ने सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराने के लिए सहारा हॉस्पिटल के डॉक्टर से रेफर करने की मांग की। जिसके बाद मरीज को लोकबंधु अस्पताल लाया गया। जहां 6 घंटे से अधिक समय तक मरीज को एंबुलेंस में ही रहना पड़ा। लेकिन वहां उसका इलाज करने के बजाय डॉक्टर ने मरीज को बिन देखे ही केजीएमयू या पीजीआई रेफर करने की सलाह दे दी।
पीडि़त के परिजनों ने सीएमओ से गुहार लगाई जिसके बाद लोकबंधु हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने मरीज को भर्ती कराया। भर्ती करने के दौरान डॉक्टरों ने मरीज की कोविड-19 की रिपोर्ट नेगेटिव बताया था। लेकिन जब मरीज डिस्चार्ज हुआ तो कोरोना रिपोर्ट को पॉजिटिव बताया। जिससे परिजनों में हड़कंप मच गया है। कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के कारण उसके परिवार के किसी सदस्य को कोरोना संक्रमण हो सकता है।