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पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल ने मनाया हिंदी दिवस

लखनऊ।

प्रत्येक वर्ष की भांति पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में आज दिनांक 14 सितम्बर 2020 को मनाये जाने वाले ‘‘हिंदी दिवस’’ के अवसर पर मण्डल रेल प्रबन्धक डा0 मोनिका अग्निहोत्री की अध्यक्षता में वर्चुअल कांफ्रेसिंग के माध्यम से 14 सितम्बर से 21 सितम्बर 2020 तक मनाये जाने वाले ’हिन्दी सप्ताह समारोह’ का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम का आरम्भ में मण्डल सभागार में जनसम्पर्क अधिकारी व कार्यवाहक राजभाषा अधिकारी श्री महेश गुप्ता द्वारा दीप प्रज्जवलन करते हुए ’माॅ सरस्वती’ जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम के आरम्भ में अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (प्रशासन) व अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी श्री राघवेन्द्र कुमार ने वर्चुअल कांफ्रेसिंग के माध्यम से सम्मिलित उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि 14 सितम्बर, 1949 को संविधान सभा ने संघ के सरकारी कामकाज की भाषा के रूप में हिन्दी को स्वीकार किया गया था, जिसके उपरांत संविधान के अनुच्छेद 343(1) के तहत हिन्दी को भारत की राजभाषा का संवैधानिक दर्जा प्रदान किया गया है। उन्होने सभी से आग्रह किया कि हिन्दी सप्ताह के सभी आयोजनों में भाग लें और हिन्दी के प्रयोग-प्रसार के निमित नियमिति रूप से वह प्रेरित करते रहेंगे। इसके उपरंात उन्होने हिन्दी दिवस के शुभ अवसर पर माननीय रेल मंत्री का बधाई संदेश भी पढ़ा।


मण्डल रेल प्रबन्धक डा0 मोनिका अग्निहोत्री ने वर्चुअल कांफ्रेसिंग के माध्यम से अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि हिन्दी दिवस की स्मृति में भारत सरकार द्वारा प्रति वर्ष 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमारा देश विविध भाषाआंे, बोलियों एवं संस्कृतियों का देश है। भारतीय सभ्यता, संस्कृति साहित्य एवं दर्शन का गौरवपूर्ण इतिहास हिन्दी भाषा में उपलब्ध है। हिन्दी देश की सभी भाषा-भाषियों के मध्य भावों और विचारों की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है। हिन्दी भाषा में संस्कृत और अन्य भारतीय भाषाओं तथा बोलियों के भाव जीवंत है। भारतीय सभ्यता की अविरल धारा प्रमुख रूप से हिन्दी भाषा से ही जीवन्त तथा सुरक्षित रह गयी है।


किसी भी लोकतांत्रिक देश में जनता और शासन के मध्य जन भाषा ही संपर्क भाषा के रूप में सार्थक भूमिका निभा सकती है। हिन्दी भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हिन्दी एक उन्नत समृद्ध और वैज्ञानिक भाषा है। हिन्दी में उच्चारित होने वाली ध्वनियां  को व्यक्त करना बड़ा सरल है। हिन्दी में जो बोला जाता है वही लिखा जाता है। हमारी रेल हिन्दी के प्रचार प्रसार एवं समृद्धि में अत्याधिक योगदान करती है क्योकि रेलवे ही ऐसी संस्था है जो देश के एक कोने से दूसरे कोने तक भाषाओं का आदान प्रदान करती है।
मंडल के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को राजभाषा से संबंधित संवैधानिक प्रावधानों, राजभाषा अधिनियम 1963, राजभाषा संकल्प 1968, राजभाषा नियम 1976 और समय-समय पर राजभाषा विभाग द्वारा राजभाषा संबंधी जारी दिशा- निर्देर्शो के पालन का प्रयास करना होगा। इसके साथ ही ई- आफिस पर किए जाने वाले सभी कार्य हिन्दी में संपादित किए जाएं।  तत्पश्चात कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन जनसम्पर्क अधिकारी व कार्यवाहक राजभाषा अधिकारी अधिकारी श्री महेश गुप्ता द्वारा किया गया।  इस अवसर पर अपर मण्डल रेल प्रबंधक (तक0) श्री गौरव गोविल, अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (परिचालन) श्री शिशिर सोमवंशी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 संजय श्रीवास्तव एवं समस्त शाखा अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

 

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