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लाल कृष्ण आडवाणी के जन्मदिन पर बधाई देने मोदी उनके घर पहुंचे

नयी दिल्ली।  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी मंगलवार को 95 साल के हो गए हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें जन्मदिन की बधाई देने उनके आवास पर पहुंचे। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उनके आवास पर पहुंचकर उन्हें बधाई दी है। दोनों नेताओं की श्री आडवाणी से मिलने की कुछ तस्वीरें और वीडियो भी सामने आई हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी काफी उत्साह से भाजपा वरिष्ठ नेता आडवाणी को बधाई देते नजर आ रहे हैं। श्री मोदी ने इस दौरान उन्हें गुलदस्ता भी भेंट किया। रक्षा मंत्री सिंह भी श्री आडवाणी से मिले और उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना की। रक्षा मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, “मैं आदरणीय आडवाणी जी के घर गया और उन्हें जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं दीं। मैं ईश्वर से उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना करता हूं।” श्री सिंह के अलावा केेन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी श्री आडवाणी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी।


श्री शाह ने भी ट्वीट कर बधाई दी है और लिखा “आदरणीय लालकृष्ण आडवाणी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। आडवाणी जी ने अपने सतत परिश्रम से एक ओर देशभर में संगठन को मजबूत किया तो वहीं दूसरी ओर सरकार में रहते हुए देश के विकास में अमूल्य योगदान दिया। ईश्वर से उनके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूं। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भी श्री लाल कृष्ण आडवाणी को उनके जन्मदिन पर बधाई दी। डॉ जयशंकर दो दिवसीय रूस की यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि श्री आडवाणी जी द्वारा कालेधन के विरुद्ध की गई जन चेतना यात्रा के प्रभाव को याद कीजिए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक ट्वीट में कहा, “आदरणीय आडवाणी जी को जन्मदिन की बधाई। इस प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी शासन में पारदर्शिता लाने के लिए कई कदम उठाए हैं। उल्लेखनीय है कि श्री आडवाणी का जन्म आठ नवंबर 1927 को कराची में हुआ था। वह कम उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हो गए और उल्लेखनीय संगठनात्मक कौशल का प्रदर्शन किया।

वह 1980 में भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। दशकों तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ प्रमुख चेहरा बने रहे। उन्हें 1990 में अयोध्या में राम मंदिर के समर्थन में रथ यात्रा को व्यापक रूप से देश में दक्षिणपंथी राजनीति के उदय का प्रमुख कारण माना जाता है। श्री आडवाणी देश के गृह मंत्री रहे और उप-प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। वे कई बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। जनवरी 2008 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने लोकसभा चुनावों को श्री आडवाणी के नेतृत्व में लड़ने तथा जीतने पर उन्हें प्रधानमंत्री का चेहरा माना गया। श्री आडवाणी कभी पार्टी के कर्णधार कहे रहे तो कभी उनको लौह पुरुष की संज्ञा दी गयी।

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