नेशनल पीपुल्स पार्टी का राज्य विधानसभाओं के चुनाव अपने बल पर लड़ने का एलान
नयी दिल्ली। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को निर्वाचन आयोग से राष्ट्रीय राजनीतिक दल दर्जा मिलने से उत्साहित पार्टी अध्यक्ष एवं मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड के संगमा ने शनिवार को यहां कहा कि उनकी पार्टी विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी और चुनाव बाद की परिस्थतियों के अनुसार दूसरे दलों के साथ गठनबंधन का फैसला लेगी। श्री संगमा ने यहां कांस्टीट्यूशन क्लब में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक दिवसीय बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में यह घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि एनपीपी ने 2024 का आम चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ तालमेल करके लड़ने के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं किया है। एनपीपी फिलहाल पूर्वोत्तर राज्यों में विस्तार में लगी है लेकिन राजस्थान और मध्य प्रदेश के आगामी चुनाव पर भी उसकी निगाह लगी है। श्री संगमा ने कहा कि एनपीपी ने देश के विभिन्न भागों खासकर पूर्वोत्तर में अपनी मौजूदगी को मजबूत किया है और इस क्षेत्र को जोड़कर रखने वाले मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित किया है। उनकी पार्टी मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में खासतौर पर ध्यान केन्द्रित करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ओडिशा और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में हाथ आजमायेगी। मुख्यमंत्री श्री संगमा ने कहा, “स्थापना के छह वर्ष से भी कम समय में ही एनपीपी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला है। यह न केवल गौरव और सम्मान की बात है, बल्कि इस क्षेत्र में व्यापक स्वीकार्यता का भी परिचायक है।
उन्होंने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष दिवंगत पी ए संगमा को अपना प्रेरक बताया और कहा कि वह उनकी सोच और दृष्टिकोण के अनुसार ही कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “ हम संविधान निर्माता बाबा साहेब बी आर अम्बेडकर के इस कथन में विश्वास करते हैं…राजनीतिक शक्ति विकास की मुख्य कुंजी है।” उनका उद्देश्य इस राजनीतिक शक्ति को सामाजिक रूप से उत्पीड़ित समुदायों को सौंपना है। श्री संगमा ने कहा कि उनकी पार्टी शोषित,उत्पीड़ित समुदायों की आवाज है और पीड़ितों को एक मंच देना चाहती है। इससे पहले यहां राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसमें मेघालय के उप-मुख्यमंत्री प्रेस्टन तिनसोंग, पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सांसद अगाथा के संगमा, राष्ट्रीय महासचिव थॉमस ए संगमा और अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।