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राष्ट्रीय वैस्कुलर दिवस पर जागरूकता बढ़ाने को एकजुट हुए देश के 26 शहर

नयी दिल्ली।  वैस्कुलर सोसाइटी ऑफ इंडिया (6 अगस्त 1994 को चेन्नई में गठित) ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय वैस्कुलर दिवस का रविवार को आयोजन किया। इस अवसर पर देश भर के 26 शहरों में ‘अंगविच्छेद मुक्त भारत’ के थीम पर एक वॉकथॉन का आयोजन कर जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया गया – ‘एक मील चलो, मुस्करा कर जीओ’। मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से शुरू वॉकथॉन इंडिया गेट की परिक्रमा कर वापस नेशनल स्टेडियम पहुंचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया विजन के मद्देनजर वीएसआई ने वॉकथॉन का आयोजन किया जिसका मुख्य लक्ष्य शरीर के अंग विच्छेद की स्थिति पैदा करने वाले कारणों (डायबीटीज़, धूम्रपान, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने) से बचना है। स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल, जागरूकता और किसी अन्य समस्या का समय से निदान कर यह लक्ष्य पूरा होगा।

वैस्कुलर सोसाइटी ऑफ इंडिया के सचिव डॉ. तपिश साहू ने कहा, “हमारा मिशन एम्प्युटेशन फ्री इंडिया बनाने के मकसद से संपूर्ण वैस्कुलर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करा सभी समुदायों को अधिक स्वस्थ बनाना है। अभियान में पूरे भारत का उत्साह देख कर हम बहुत प्रोत्साहित हैं। आज राष्ट्रीय वैस्कुलर दिवस पर देश भर के 26 शहरों में एक साथ वॉकथॉन का आयोजन हुआ, जिसमें 8,000 से अधिक लोगों ने बड़े उत्साह से भाग लिया। इस पहल को अपना समर्थन देने के लिए कई अन्य प्रसिद्ध वैस्कुलर सर्जन उपस्थित थे जिनमें डॉ. वी.एस. बेदी, डॉ. कर्नल कुमुद राय, डॉ. राजीव पारख, डॉ. तरूण ग्रोवर, डॉ. संदीप अग्रवाल, डॉ. अजय यादव, डॉ. रावुल जिंदल और डॉ. अपूर्व श्रीवास्तव (कोषाध्यक्ष, वीएसआई) खास तौर से उल्लेखनीय हैं।

आज के दौर में जब भारत को दुनिया का डायबीटीज़ कैपिटल कहा जा रहा है इस राष्ट्रीय अभियान की अहमियत बढ़ जाती है। सेहत के लिए हानिकारक जीवनशैली और गलत खान-पान के चलते एक बड़ी आबादी पर अंग-विच्छेद का खतरा है जबकि इसकी रोकथाम मुमकिन है। यह अभियान पूरे देश में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास है ताकि जीवनशैली में बदलाव कर लोग अंग-विच्छेद की नौबत नहीं आने दें और यदि जरूरत पड़े तो जल्द इलाज कराएं। इससे उनके जीवन की गुणवत्ता बनी रहेगी।

वैस्कुलर रोगों के मरीजों के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए स्वीकार्य मानक पूरा करने के लिए नवीनतम तकनीक अपनाना। वैस्कुलर सर्जनों और वैस्कुलर रोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाना: भविष्य की बड़ी चुनौतियों में से एक है – स्वास्थ्य कर्मियों और सर्वसाधारण लोगों में जागरूकता बढ़ाना। वैस्कुलर रोगों के सामान्य लक्षण -पैर में सूजन, पैरों में अचानक दर्द/रंग खराब होना, घाव नहीं भरना, गैंग्रीन, नसें दिखना और फैल जाना। यदि आपको एक भी उपरोक्त लक्षण है, तो जल्द से जल्द अपने नजदीकी वैस्कुलर और एंडोवस्कुलर सर्जन से परामर्श लें। वे आपके वैस्कुलर स्वास्थ्य की स्थिति को सबसे अच्छी तरह समझेंगे और आपके अंगों का संपूर्ण उपचार करने में सक्षम हैं।