17 हजार भारतीयों ने छोड़ा यूक्रेन : विदेश मंत्रालय
नयी दिल्ली,
करीब 17 हजार भारतीय नागरिक युद्धग्रस्त यूक्रेन को छोड़ चुके हैं और बीते एक सप्ताह के भीतर 15 उड़ानों से तीन हजार से अधिक भारतीय स्वदेश पहुंच चुके हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आज यहां एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बीते 24 घंटे में यूक्रेन से भारतीयों के निकलने की गति तेज हुई है। जब से हमने एडवायज़री जारी की तब से अब तक 17 हजार भारतीय यूक्रेन छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ानों की संख्या भी बढ़ाई गयी है। बीते 24 घंटे में छह उड़ानें आयीं हैं और इस प्रकार से कुल 15 उड़ानें हुईं हैं और उनसे 3352 लोगों को निकाला जा चुका है। अगले 24 घंटों में 15 और उड़ानें होंगी और उनमें से कई उड़ानें अभी मार्ग में हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन गंगा में पहला सी-17 ग्लोबमास्टर बुखारेस्ट से रवाना हो कर देर रात नयी दिल्ली लौटेगा। वायुसेना की तीन अन्य उड़ानें वुडापेस्ट, बुखारेस्ट एवं पोलैंड से संचालित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि वायुसेना के विमानों से यूक्रेन के लिए दवाएं, कंबल, चिकित्सा सामग्री आदि भेजा जा रहा है।
बागची ने कहा कि रूस द्वारा प्राप्त इनपुट के आधार पर यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने खारकीव में मौजूद भारतीय छात्रों को स्थानीय समयानुसार शाम छह बजे तक शहर छोड़ देने और तीन स्थानों पर पहुंचने को कहा है जो सुरक्षित हैं और वहां से ट्रेन के द्वारा उन्हें निकाला जा सकता है। इसबीच मॉस्को से खबर आयी है कि रूस के सुरक्षा प्रमुख निकोलई पत्रुशेव ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से टेलीफोन पर द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण बातचीत की है। समझा जाता है कि दोनों ने खारकीव एवं सूमी में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने को लेकर भी बातचीत हुई है।