चुनाव आते ही मैढक की तरह उभर आए  नेताजी

एश्वर्य मिश्रा सीवान।
A tale of Indian politicians: Blood group same, ideology different ...
जिला के आठ विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले चुनाव की सुगबुगाहट क्या हुई ,कि  सैकड़ों की संख्या में नेताओ की बाढ सी आ गई है । जिस प्रकार बरसात के आने पर चारो ओर मैढक की टरर्टर आहट की आवाज सुनाई देती है। उसी तरह चुनाव के बिगुल बजते ही न जाने कहां से सैकड़ों नेता विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के बीच पहुंचकर कुशल छेम पूछने लगते हैं । कुछ ऐसा ही सीवान जिले के आठों विधानसभा क्षेत्र में भी कुछ ऐसा ही होने लगा है। बताते चले की चुनाव आते ही यह नेता जी लो क्षेत्र में आकर भ्रमण करने लगते हैं तथा अखबारी लाल बनना चाहते हैं।
Pappu Yadav's meeting with top Congress leader in Bihar causes ...
इन नेताओं को चार कैटेगरी में बाटा जा सकता है ।कुछ नेता प्रत्याशी होते हैं। जो चुनाव लड़ कर जीतना या हरना  कबूल करते हैं। तो कुछ चुनाव लड़ कर अपना नाम फैलाना चाहते हैं। तीसरे प्रकार के नेता है जो नामांकन करते हैं तथा पैसा लेकर बैठ जाते हैं तथा चौथे किस्मों के जो नेताजी होते हैं। वह लोग नामांकन करते हैं तथा दूसरे का प्रचार करते है। खैर जो हो अखबार  और नेताओ के रिस्ते अलबेले है। जो सीवान जिला मे दिख रहा है। अभी एक-दूसरे को गाली देने का दौर शुरू हो चुका है।

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